लगायें ये सब्जीया, बिकेगी 100₹ किलो, 30 दिन मे मालामाल
लगायें ये सब्जीया, बिकेगी 100₹ किलो, 30 दिन मे मालामाल
Read More
New Year 2026 Recharge Offer: Jio, Airtel और BSNL के धमाका प्लान्स, साल भर की
New Year 2026 Recharge Offer: Jio, Airtel और BSNL के धमाका प्लान्स, साल भर की
Read More
2026 में सूखे जैसे हालात ; 2026 का मानसून पूर्वानुमान
2026 में सूखे जैसे हालात ; 2026 का मानसून पूर्वानुमान
Read More
भारी बारीश का अलर्ट ; ई राज्यों मे होगी बारीश..IMD
भारी बारीश का अलर्ट ; ई राज्यों मे होगी बारीश..IMD
Read More
बायर का ‘अलियन प्लस’ देगा 6 महीने तक निजात; एक स्प्रे और आधा साल खेत
बायर का ‘अलियन प्लस’ देगा 6 महीने तक निजात; एक स्प्रे और आधा साल खेत
Read More

मानसून 2026 का पूर्वानुमान: अल नीनो का संभावित खतरा

मानसून 2026 का पूर्वानुमान: अल नीनो का संभावित खतरा ; यह जानकारी 2026 के मानसून पूर्वानुमान पर केंद्रित है, जहाँ अल नीनो के संभावित खतरे और देश में सूखे की आशंकाओं पर प्रकाश डाला गया है। प्रशांत महासागर का निनो 3.4 क्षेत्र मानसून को मुख्य रूप से प्रभावित करता है। जब इस क्षेत्र में तापमान गिरता है, तो उसे ला नीना कहते हैं, जो भारत में बेहतर वर्षा लाता है। इसके विपरीत, जब तापमान बढ़ता है, तो अल नीनो की स्थिति बनती है। अल नीनो के दौरान, देश की ओर आने वाली मानसूनी व्यापारिक हवाएँ कमज़ोर पड़ जाती हैं, जिसके कारण बारिश की मात्रा में कमी आती है।

ADS किंमत पहा ×

मानसूनी वर्षा पर हिंद महासागर द्विध्रुव (IOD) का भी प्रभाव होता है। IOD के पॉजिटिव होने पर देश में अच्छी बरसात होती है। मौजूदा पूर्वानुमानों के अनुसार, IOD फिलहाल नेगेटिव है, लेकिन यह जल्द ही तटस्थ स्थिति में आ जाएगा और मानसून की शुरुआत में न्यूट्रल ही रहने का अनुमान है। इसलिए, IOD का मानसून 2026 पर कोई विशेष नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है। हालांकि, प्रशांत महासागर में ला नीना की स्थिति जनवरी या फरवरी के बाद समाप्त हो जाएगी और उसके बाद तटस्थ स्थितियाँ बनेंगी।

Leave a Comment