1 जनवरी 2026 से लागू हो सकता है नया वेतन ढांचा
केंद्र सरकार के लाखों कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर सामने आ रही है। सातवें वेतन आयोग की अवधि 31 दिसंबर 2025 को समाप्त हो रही है, जिसके बाद 1 जनवरी 2026 से 8वां वेतन आयोग लागू होने की पूरी संभावना है। सरकार ने इस आयोग के गठन की प्रक्रिया तेज कर दी है और इसे अपनी विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के लिए 18 महीने का समय दिया गया है। वित्त मंत्रालय ने भी संकेत दिए हैं कि सिफारिशें मंजूर होने के बाद बजट और फंड की आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
वेतन और पेंशन में 25 से 30 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान
आठवें वेतन आयोग के लागू होने से कर्मचारियों की बेसिक सैलरी और पेंशनर्स की मासिक पेंशन में बड़ी वृद्धि देखी जा सकती है। शुरुआती अनुमानों और विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार वेतन में 25 से 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। सातवें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 रखा गया था, जबकि आठवें वेतन आयोग में इसे 2.4 से 3 के बीच तय किया जा सकता है। फिटमेंट फैक्टर में होने वाली यह वृद्धि सीधे तौर पर कर्मचारियों के वेतन ढांचे को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगी।
इन कर्मचारियों और पेंशनर्स को मिलेगा सीधा लाभ
इस नए वेतन आयोग का लाभ उन सभी केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को मिलेगा, जिनकी आय ‘सेंट्रल सिविल सर्विसेज पे मैट्रिक्स’ के आधार पर निर्धारित होती है। इसमें सेवारत कर्मचारियों के साथ-साथ फैमिली पेंशनर्स को भी शामिल किया गया है। हालांकि, राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए यह अनिवार्य नहीं है; राज्य सरकारें केंद्र की सिफारिशों को देखने के बाद अपने स्तर पर इसे लागू करने का निर्णय ले सकती हैं। इसके अलावा, पीएसयू (PSU) और स्वायत्त निकायों के कर्मचारियों को लाभ तभी मिलेगा जब उनके संबंधित विभाग नए ढांचे को अपनाने की मंजूरी देंगे।
बढ़ा हुआ वेतन और एरियर मिलने की संभावित तिथि
भले ही 8वें वेतन आयोग की प्रभावी तिथि 1 जनवरी 2026 मानी जा रही है, लेकिन इसकी सिफारिशों को लागू करने और कैबिनेट की अंतिम मंजूरी मिलने में समय लग सकता है। पिछले अनुभवों के आधार पर माना जा रहा है कि कर्मचारियों और पेंशनर्स को बढ़ी हुई सैलरी और पिछला बकाया (Arrears) वित्तीय वर्ष 2026-27 के दौरान मिलना शुरू होगा। फिलहाल, डीए (DA) के मूल वेतन में विलय को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन कर्मचारी संगठनों को एक सकारात्मक परिणाम की उम्मीद है।